उपमुख्यमंत्री द्वारा गई धमकी के खिलाफ एवं रीवा के निकाले गए कर्मचारियों की बहाली की मांग को लेकर आंदोलन शुरू
40 से अधिक जिलों में सभी विभागों के आउटसोर्स अस्थाई कर्मचारी काली पट्टी बांधकर जता रहे विरोध
भोपाल। ऑल डिपार्टमेंट आउटसोर्स अस्थाई कर्मचारी मोर्चा के आव्हान पर उप मुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्लाजी द्वारा रीवा मेडीकल के आउटसोर्स कर्मचारियों के साथ की गई बदजुवानी के खिलाफ एवं रीवा मेडीकल से निकाले गए कर्मचारियों की बहाली की मांग को लेकर सुबह से ही कर्मचारियों ने काली पट्टी बांधकर काम कराने का आंदोलन प्रदेश के 40 से अधिक जिलों में एक साथ शुरू हुआ। छिंदवाड़ा के मेडीकल में शबनम अली, अस्पताल में शरद पंत की अगुआई में आंदोलन शुरू हुआ, जिसमें प्रदेश अध्यक्ष वासुदेव शर्मा शामिल हुए। रीवा में विपिन पांडे, शिवेंद्र पांडे के नेतृत्व में कर्मचारियों ने काली पट्टी बांधकर विरोध दर्ज कराया। भोपाल मेडीकल में मोहन सगर, रज्जूमल की अगुआई में बडी संख्या में कर्मचारियों ने काली पट्टी बांधकर आंदोलन का समर्थन किया। भोपाल में ही बल्लब भवन, विकास भवन, डीपीआई, सतपुडा, विंध्यांचल में दीपक सिंह, राम द्विवेदी, आशीष सिंह, प्रकाश पुंज के नेतृत्व में काली पट्टी बांधकर रीवा के कर्मचारियों के साथ एकजुटता अभियान चलाया गया। विदिशा में राजेंद्र शर्मा, बैतूल में अनीता पाल, खण्डवा में अक्षय यादव, दतिया में बृजेश समाधिया, मुरैना में हर्ष शर्मा, सतना में डा अमित सिंह के नेतृत्व में उपमुख्यमंत्री के बयान के विरोध में शुरू हुए आंदोलन में काली पट्टी बांधकर भागीदारी की गई।
प्रदेश अध्यक्ष वासुदेव शर्मा के नेतृत्व में प्रदेशभर में शुरू हुए आंदोलन में हजारों आउटसोर्स, अस्थाई कर्मचारी स्वत: शामिल हो रहे हैं। निगम मंडल कर्मचारी संघ के अध्यक्ष अनिल वाजपेई, पंचायत चौकीदार संघ के अध्यक्ष राजभान रावत, अंशकालीन कर्मचारी संघ के उमाशंकर पाठक ने भी आंदोलन का समर्थन करते हुए पंचायतों एवं स्कूलों छात्रावासों के कर्मचारियों से काली पट्टी बांधकर विरोध दर्ज कराने का आव्हान करते हुए 1 दिसंबर को रीवा पहुंचने की घोषणा की है।
वासुदेव शर्मा ने बताया कि संगठन के पदाधिकारी एवं कमेटी सदस्य अपने अपने जिलों में काली पट्टी बांध कर विरोध दर्ज कराने का अभियान चला रहे हैं, जिसके तहत जगदीश परमार अलीराजपुर, जगदीश मांझी बडवानी, मंजीत गोस्वामी खरगोन, रोहित लोधी निर्वाचन विभाग में, विक्रम सिंह एवं अजय सिंह डायल-100 के आउटसोर्स कर्मचारियों के बीच, लल्लन शुक्ला इंदौर में आउटसोर्स, अस्थाई कर्मचारियों के बीच पहुंचकर उन्हें आंदोलन में शामिल करने का अभियान चला रहे हैं।
आउटसोर्स मोर्चा के अध्यक्ष वासुदेव शर्मा ने बताया कि उपमुख्यमंत्री के बयान से कर्मचारियों में भारी आक्रोश है, रीवा के पांच कर्मचारियों की बर्खास्तगी ने आउटसोर्स, अस्थाई कर्मचारियों के गुस्से को कई गुना बढा दिया है जो काली पट्टी बांधकर विरोध दर्ज कराने के अभियान में दिखाई दिया, कर्मचारी स्वत: आंदोलन से जुड रहे हैं और सोशल मीडिया पर काली पट्टी बांधकर काम करते हुए फोटू डाल रहे हैं।
मोर्चा के अध्यक्ष वासुदेव शर्मा ने बताया कि दिवाली से पूर्व वेतन एवं बोनस देने का आदेश सरकार का था, जिस पर आउटसोर्स कंपनियों ने अमल नहीं किया, वेतन और बोनस की मांग को लेकर रीवा में आंदोलन हुआ, एजाईल कंपनी की मनमानी के कारण बात बिगड़ी और उसने उपमुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्लाजी को भी गुमराह किया और मंत्रीजी ने कर्मचारियों की बात सुने बिना कंपनी के कहे अनुसार बयान दे दिया, जिसका नतीजा है कि आज प्रदेश के लाखों आउटसोर्स, अस्थाई कर्मचारी आंदोलन के रास्ते पर चल पडे हैं, शर्मा ने उपमुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्लाजी से निकाले गए कर्मचारियों की सेवा बहाल कराने एवं कंपनी प्रबंधन की मनमानी पर रोक लगाने की मांग की हैं, काली पट्टी बांधकर विरोध दर्ज कराने का अभियान 27 नवंबर को भी जारी रहेगा।
भवदीय
अनिल वाजपेई
संरक्षक
आउटसोर्स, अस्थाई कर्मचारी मोर्चा, मप्र।